बलि की स्वर्ग पर विजय
जैसे छोटे-छोटे राजा अपनी-अपनी प्रजा से कर लेकर स्वयं अपने सम्राट को कर देते हैं,वैसे ही मनुष्यों के पूज्य देवता और देवताओंके पूज्य ब्रह्माआदिभी अपने अधिकृत प्राणियोंसे पूजा स्वीकार करते हैं और माया के अधीन होकर आपकी पूजा करते रहते हैं।वह इस प्रकार आप की पूजा करते हैं कि आपने जहां जो कर्म करने के लिए उन्हें नियुक्त कर दिया है, वह आप से भयभीत रहकर वही वह काम करते रहते हैं।
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